(15+) Aashiqui Shayari - आशिक़ी शायरी
Aashiqui Shayari / आशिक़ी शायरी
सुन्दर चेहरे के लिए आशिक़ो की कमी नहीं तलाश तो उसकी है जो दिल से प्यार करे
कोई देखे नही आशिकी उम्र भर मनाती रही मै नाखुशी इस कदर नाम उसका लबों पर ना आया
हुस्न वालों की नियत जबसे खराब हो गई जिन्दगी आशिकों की तबसे बर्बाद हो गई
गज़ब की आशिकी है तेरी इन निगाहो में जब भी देखती है डूबने को मजबूर कर देती है
वक़्त जब बुरे थे तब तुम थे मेरे साथ अगर आज मेरे अच्छे वक़्त में तुम नही रहोगे तो क्या करूँगा ये अच्छे वक़्त का
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