(10+) Best Aukat Shayari - औकात शायरी
Aukat Shayari / औकात शायरी
होगा तू सबसे बड़ा सौदागर, लेकिन मुझे खरीद ले ऐसी तेरी औकात नही
तू मेरा ना हो सका कोई बात नहीं, शहजादी तेरे लिए रोए तेरी इतनी औकात नहीं
ये शायरी की महफ़िल बनी है आशिकों के लिये, बेवफाओं की क्या औकात जो शब्दों को तोल सके
सुधरी तो सिर्फ हमारी आदते हैं, शौक तो आज भी तेरी औकात से ऊँचे हैं
मेरे साथ रहना है तो मुझे सहना सीख, वर्ना अपनी औकात में रहना सीख
हिम्मत कितनी है ये दिखाने की ज़रूरत नही, तेरी औकात पता है मुझे बाकी तू खुद समझ जा
अक्सर औकात की बात वही किया करते है, जो कायर हमेशा झुंड में चला करते है
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